तू मेरा दोस्त,या यू कहूँ सबसे खूबसूरत सच है तू!
जिसे पढ़ती हूँ हर दिन वो खुली किताब है तू!
जिसमें न बंध कर भी साथ हूँ वो गहरा रिश्ता है तू
बस मेरी ज़िंदगी का सबसे खूबसूरत हिस्सा है तू!
एक हमसफ़र की तरह तेरी दोस्ती है या,
तू दोस्त की तरह एक हमसफ़र!
उम्मीद तुझसे नही बस खुद से रखना चाहती हूँ
तुझे ज़िंदगी भर यूँ ही प्यार करूँ खुद से वादा चाहती हूँ!
तू बस मुझे समझाए और मै ना समझ बनती रहूँ !
तेरे लिए झुकना भी मंज़ूर करूँ बस तुझसे ही प्यार करूँ!
कभी तू मुझसे दूर होना चाहे तो कोई सवाल ना करूँ!
जिसका कोई मोल नही,वो अनमोल ज़िंदगी का हिस्सा है तू!
मेरी ज़िंदगी को खूबसूरत बनाने का क़िस्सा है तू!
अब साल होने को है तेरे साथ मेरा रिश्ता
उमीद है कह सकूँ हर बार यही,ऐसा ही रहे तेरा और मेरा रिश्ता....!!!
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